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सिर्फ़ एक ही कहानी
बहुत लिखता हूँ में,
कुछ सुनने को,
इक नया किस्सा,
सबको बतलने को.
कभी ग़ज़ल
कभी शेर
लिखता हूँ में बहुत
दिन और सवेर
Hindi poetry

बहुत लिखता हूँ में,
कुछ सुनने को,
इक नया किस्सा,
सबको बतलने को.
कभी ग़ज़ल
कभी शेर
लिखता हूँ में बहुत
दिन और सवेर
Hindi poetry